सोमवार को भारतीय नौसेना ने अरब सागर में सोमालिया के पूर्वी तट के पास से 19 पाकिस्तानी नाविकों की जान बचाई। एक ईरानी जहाज को 11 समुद्री लुटेरों ने किडनैप किया था, जिसके बाद नौसेना ने अपने युद्धपोत INS सुमित्रा को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजा। नौसेना ने इस जहाज को FV अल नाईमी नाम से पहचाना।
Also READ: ब्रह्मोस सुपरसॉनिक मिसाइलों का मार्च तक निर्यात शुरू करेगा भारत
रेस्क्यू के बाद, 36 घंटों में नौसेना ने समुद्री लुटेरों को मजबूर करके छोड़ने का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया
रेस्क्यू कॉल प्राप्त होने के बाद, भारतीय नौसेना ने मजबूरी में समुद्री लुटेरों को सभी नाविकों को छोड़ने के लिए कहा। इसके पश्चात, रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने पर लुटेरों को गिरफ्तार किया गया।
पिछले 36 घंटों में यह दूसरा मामला है जब भारतीय नौसेना ने समुद्री लुटेरों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए अपना युद्धपोत तैनात किया।
Also READ: Zee Entertainment Shares Dive 30% as Sony Cancels Merger
भारतीय नौसेना की कड़ी कार्रवाई से बचाए गए ईरानी जहाजों पर हमला
रविवार रात, भारत ने FV ईमान को रेस्क्यू किया, समुद्री लूटेरों द्वारा पकड़ा गया। इसमें 17 ईरानी क्रू थे ऑपरेशन 850 नॉटिकल मील दूर हुआ। छठा लुटेरों हमला। 15 दिन पहले INS सुमित्रा ने एक ईरानी जहाज को बचाया। अल नईमी पर फिर हमला। 4 जनवरी को अरब सागर में हाईजैक: लाइबेरिया के जहाज लीला नोर्फोर्क को समुद्री लुटेरों ने हाईजैक किया।
Also READ: पुणे में प्रेमिका से मिलने आया लड़का, फिर होटल में की हत्या
इसके बाद INS चेन्नई को इन्हें बचाने के लिए भेजा गया। नौसेना के मार्कोस कमांडो ने हाईजैक की गई जहाज पर सवार 21 लोगों को बचाया। मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, जहाज ब्राजील के पोर्टो डू एकू से बहरीन के खलीफा बिन सलमान पोर्ट जा रहा था।
More Stories
Manipur BJP MLAs urge Centre to ban Kuki militants
यूपी: बसपा से BJP की मुश्किलें बढ़ीं, वोट जातीय ध्रुवीकरण पर निर्भर
कर्नाटक: रिजॉर्ट के स्विमिंग पूल में डूब रही सहेली को बचाने कूदीं दो महिलाएं, तीनों की हुई मौत