October 5, 2024

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मैंडूस चक्रवात के कारण दक्षिण भारत में होगी तेज बारिश, पहाड़ी इलाकों में बढ़ेगी ठंड

उत्तर भारत के पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी के बीच पहाड़ियों से बर्फीली हवाएं आ रही है, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, समेत कई राज्यों में तापमान का पारा लगातार लुढ़कता जा रहा है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण पिछले कई दिनों से लगातार बर्फबारी और बारिश हो रही है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ-साथ बारिश होने की संभावना है।दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR Weather) में ठंड का असर धीरे-धीरे दिखने लगा है। हालांकि, अभी भी ठंड उतनी नहीं है जितनी दिसंबर के महीने में आमतौर पर होती है।

मैदानी इलाकों और पहाड़ों पर बढ़ रही ठंड

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली वालों को अभी कड़कड़ाती ठंड के लिए इंतजार करना पड़ेगा। इस बीच मैदानी इलाकों में सुबह-शाम को धुंध पड़ने और पहाड़ों में प्रातः काल पाला पड़ने की संभावना है। 

उत्तर भारत में जहां लगातार ठंड बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत के राज्यों में आज भी बारिश का पूर्वानुमान है।वहीं तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह समेत कई इलाकों में हल्की से भारी के आसार हैं।

तमिलनाडु के 3 जिलों में रेड अलर्ट

बता दें कि आईएमडी ने चक्रवाती तूफान मैंडूस के कारण तमिलनाडु में चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और कांचीपुरम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।अत्यधिक भारी वर्षा और आस-पास के उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

दिल्ली में मौसम का हाल

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ठंड का कहर लगातार बढ़ते ही जा रहा है। शुक्रवार की सुबह दिल्ली में घना कोहरा छाया रहा। गुरुवार को शहर के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई थी। 

पश्चिमी डिस्टरबेंस कमजोर होने के कारण नहीं हुआ बड़ा परिवर्तन

इससे पहले, मौसम विश्लेषकों ने हिमालय पर एक मध्यम पश्चिमी डिस्टरबेंस की भविष्यवाणी की थी, जिससे पहाड़ों की ऊपरी चोटियों पर बर्फबारी होने की बात कही गई थी।

इससे पहले, मौसम विश्लेषकों ने हिमालय पर एक मध्यम पश्चिमी डिस्टरबेंस की भविष्यवाणी की थी, जिससे पहाड़ों की ऊपरी चोटियों पर बर्फबारी होने की बात कही गई थी।हालांकि, इसे लेकर अब अधिकारियों ने कहा है कि पश्चिमी डिस्टरबेंस के फिर से कमजोर होने के कारण तापमान में कोई बड़ा महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं हुआ है।