July 4, 2024

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हीट स्ट्रोक

पूरे भारत में प्रचंड गर्मी का कहर, अब तक 40 हजार हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए

वैज्ञानिकों के अनुसार, मानव गतिविधियों के कारण जलवायु पर विशेष प्रभाव पड़ रहा है। इसके कारण एशिया के कई भागों में लोग भारी गर्मी से लड़ रहे हैं। उत्तर भारत में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जलवायु परिवर्तन का प्रभाव पूरी दुनिया में देखा जा रहा है। कहीं गर्मी तो कहीं बारिश के तांडव का सामना किया जा सकता है। भारत के कई हिस्सों में गर्मी से हलचल मची है। आजकल लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं। तापमान में रिकॉर्ड तोड़ हो रहे हैं और अब तक 50 डिग्री के पार पहुंच गया है। इसी बीच, अधिकारियों के अनुसार, इस बार के गर्मी के मौसम में 40 हजार से अधिक हीटस्ट्रोक के मामले सामने आए हैं। वहीं, पूरे देश में गर्मी से बहुत से जीवन लील गए हैं। कुछ पूर्वोत्तर के हिस्से बारिश से बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं।

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वैज्ञानिकों ने बताया है कि मानव गतिविधियों के कारण जलवायु परिवर्तन का खास प्रभाव पड़ रहा है। इसके कारण एशिया के कई लोग भीषण गर्मी से लड़ रहे हैं। उत्तर भारत में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस (122 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक चला गया है, जो अब तक की सबसे लंबी गर्मी की लहरों में से एक है।

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गर्मी की परेशानियाँ और स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियाँ

इसे इसी से पता चलता है कि बेचारे पक्षियों को अब धरती पर उड़ने की बजाय आसमान में गिर रहे हैं। अस्पतालों में गर्मी से प्रभावित रोगियों की संख्या बढ़ रही है। लोग अब दिन के समय में जरूरी कामों के लिए बाहर नहीं जा पा रहे हैं। यह सब इस वजह से है क्योंकि मार्च के बाद से हाल के हफ्तों में दिन और रात दोनों में तापमान अत्यधिक है।

वहीं, दिल्ली में सबसे ज्यादा परेशानी है। वहां लोगों को पानी और बिजली की कमी हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मरीजों का तत्काल इलाज करने का आदेश दिया है। दिल्ली के अस्पतालों को अधिक बिस्तर प्रदान करने के लिए निर्देश दिया गया है।

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हीट स्ट्रोक मामलों में भारत में वृद्धि

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मार्च से 18 जून के बीच हीट स्ट्रोक के 40,000 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं, और कम से कम 110 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में सामान्य से दोगुनी संख्या में गर्म हवाएं चलीं।

मौसम विभाग ने इस महीने के लिए भी सामान्य तापमान से अधिक रहने का अनुमान जताया है, क्योंकि अधिकारियों का कहना है कि असंतुलित वृद्धि के कारण भारतीय शहर हीट ट्रैप बन गए हैं।

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