असम में भारी वर्षा और बाढ़ से स्थिति विकट बनी हुई है। राज्य के 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नागौन जिले के 155 गांव अब भी डूबे हुए हैं। घरों में पानी घुसने से लोग हाईवे के किनारे तंबू लगाकर रहने को मजबूर हैं।
नागौन के राहा विधानसभा क्षेत्र में करीब 1.42 लाख लोग बाढ़ की मार से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनके घर डूबे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सैकड़ों लोगों को अपना घर बार छोड़कर हाईवे व सड़कों के किनारे तंबू लगाकर रहना पड़ रहा है। पानी की निकासी नहीं होने से जल्द हालात सुधरने के आसार भी नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बीते दिनों इलाके का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
राहत शिविरों में लग रहे स्कूल
नागौन जिले में बच्चों को राहत शिविरों में ही प्री स्कूल गतिविधियां कराना पड़ रही हैं। एकीकृत बाल विकास सेवाओं के सुपरवाइजर एनडी डोले ने बताया कि स्कूल पूर्व की गतिविधियों में सुबह की प्रार्थना, व्यायाम, चित्रकला सिखाई जा रही है।
1126 शिविरों में रह रहे 2.65 लाख लोग
असम के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सभी 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 2.65 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। बाढ़ व वर्षाजन्य हादसों के कारण अब तक 118 लोगों की जान जा चुकी है।
More Stories
Indian in Greece alleges racism, mocking
Woman Sues Developers for ₹16.6 Cr Over Missing Bathtub
अमेज़न में छंटनी, 14,000 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में