November 22, 2024

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BrahMos Missile

ब्रह्मोस मिसाइल के नए वर्जन का हुआ सफल टेस्ट

भारत ने अपनी सबसे खतरनाक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का सफल परीक्षण किया है. इस मिसाइल का परीक्षण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के एक अज्ञात द्वीप से किया गया, जिसने दूसरे द्वीप “वीरान द्वीप” पर लगाए गए टारगेट को ध्वस्त कर दिया.

आज हुए परीक्षण का मकसद था मिसाइल के रेंज को बढ़ाना. जमीन से जमीन पर मार करने वाली इस मिसाइल की रेंज को बढ़ाकर अब 450 किलोमीटर से ज्यादा कर दिया गया है. इस मिसाइल की लंबाई 28 फीट लंबी है. यह 3000 kg वजनी है. इसमें 200 kg के पारंपरिक और परमाणु हथियार लगा सकते हैं.  

इस मिसाइल की रेंज यह 300 किलोमीटर से 800 किलोमीटर तक की दूरी के बीच है. जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है. इसकी गति इसे सबसे ज्यादा घातक बनाती है. यह 4300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करती है. यानी 1.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड. इसके छूटने के बाद दुश्मन को बचने का या हमला करने का मौका नहीं मिलता. 

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भारतीय वायुसेना के ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण

इससे पहले भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने ब्रह्मोस एक्सटेंडेड एयर वर्जन का सुखोई-30 MkI से सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. यह मिसाइल एंटी-शिप वैरिएंट थी. यानी सुखोई से इस मिसाइल को दाग कर दुश्मन के जंगी जहाजों को डुबोया जा सकता है. परीक्षण के दौरान मिसाइल ने टारगेट शिप को ध्वस्त कर दिया. इस मिसाइल की रेंज 400 km है. 

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BrahMos Missile

इस टेस्टिंग के साथ ही भारतीय वायुसेना ने सुखोई फाइटर जेट से जमीन या समुद्र में लंबी दूरी के टारगेट्स पर निशाना लगाने की मारक क्षमता हासिल कर ली है. प्रेसिसन स्ट्राइक करने की क्षमता बढ़ गई है. यानी फाइटर जेट से समुद्र में 400 km दूर मौजूद दुश्मन के जंगी जहाज को नष्ट किया जा सकता है. 

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सुपरसोनिक तेज़ी से नष्ट करने की क्षमता

कुछ महीने पहले भी इसी फाइटर जेट से Indian Navy के डिकमीशन्ड जहाज पर ब्रह्मोस मिसाइल से लाइव फायर किया गया था. भारत सरकार अपनी टैक्टिकल मिसाइलों की रेंज बढ़ा रही है. भारतीय वायुसेना के 40 सुखोई-30 MKI फाइटर जेट पर ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें तैनात हैं. 

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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को पूरी तरह से देश में ही विकसित किया गया है. इसमें रैमजेट इंजन (Ramjet Engine) तकनीक का उपयोग किया गया है. ताकि इसकी गति और सटीकता और ज्यादा घातक हो जाए. ब्रह्मोस मिसाइल हवा में ही मार्ग बदलने में सक्षम है. चलते-फिरते टारगेट को भी ध्वस्त कर सकता है. यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम हैं, यानी दुश्मन के राडार को धोखा देना इसे बखूबी आता है.  

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