November 22, 2024

News , Article

Antim Panghal

अनुशासन तोड़ने के आरोप में अंतिम पंघाल को ओलंपिक विलेज से किया गया बाहर

भारत में विनेश फोगाट के मामले की गर्मी शांत नहीं हुई थी कि अब पहलवान अंतिम पंघाल विवादों में फंसती नजर आ रही हैं. अंतिम ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 53 किलोग्राम कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लिया था, जो वही भार वर्ग है जिसमें विनेश पहले भाग लिया करती थीं. चौंकाने वाली बात यह है कि अंतिम भी विवादों में उलझ गई हैं. युवा पहलवान अंतिम और उनकी बहन को पेरिस से निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है. फ्रांसीसी अधिकारियों ने भारतीय ओलंपिक संघ को शिकायत की थी कि अंतिम पंगाल ने अपनी बहन को ओलंपिक विलेज में प्रवेश कराने के लिए अपनी मान्यता (अक्रीडिटेशन) का उपयोग किया था. इस मामले में जांच के बाद, आईओए ने अंतिम और उनकी टीम के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें देश वापस भेजने का फैसला किया.

Also Read: पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया सन्यास

जानिये क्या है पूरा मामला

अंतिम पंगाल ने अपनी बहन को ओलंपिक विलेज में प्रवेश कराने के लिए अपनी मान्यता (अक्रीडिटेशन) को इस्तेमाल करने के लिए दिया था. जब यह बात फ्रांसीसी अधिकारियों के ध्यान में आई, तो उन्होंने इस मामले की शिकायत आईओए से की.

सूत्रों के मुताबिक, उनकी बहन ने अंतिम पंघाल के तौर पर ओलंपिक विलेज में घुसने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद बहन को पुलिस के हवाले कर दिया गया और आईओए को इसकी सुचना भेजी गई. आईओए ने पुलिस से बहन को थाने में न रोकने का अनुरोध किया, इसके बाद उसे वापस होटल भेज दिया गया. हालांकि, अब अनुशासन उल्लंघन के कारण पूरी टीम पेरिस से भारत लौट रही है.

आईओए के बयान के अनुसार- “अंतिम पंघाल ने अपनी बहन को अपनी मान्यता सौंप दी थी, जो खेल गांव में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी. फ्रेंच अधिकारियों की शिकायत के बाद, पूरे दल को भारत भेजने का निर्णय लिया गया.”

Also Read: RBI MPC keeps repo rate unchanged at 6.5%

अंतिम पंघाल का ओलंपिक सफर

अंकित पंघाल पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 53 किग्रा फ्रीस्टाइल इवेंट के राउंड ऑफ 16 में तुर्की की जेनेप येतगिल से हार गईं. येतगिल ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत हासिल की. ​​आपको बता दें कि वह अंडर 23 यूरोपीय चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता भी हैं.

Also Read: मनु भाकर 2 मेडल जीतकर देश लौटीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत