भारतीय क्रिकेट टीम को बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में एक विकेट से हार गई। एक समय ये मुकाबला पूरी तरह से टीम इंडिया के हाथों में नजर आ रहा था, लेकिन बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने आखिरी विकेट के लिए 50 से ज्यादा रन जोड़ के एक अविश्वसनीय जीत दर्ज की। इस मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पूरा जोर लगा दिया, लेकिन अंत में कुछ खिलाड़ियों की गलती के चलते भारत ये मुकाबला नहीं जीत पाया। इस रिपोर्ट में हम उन्हीं तीन खिलाड़ियों की बात करने जा रहे हैं जो टीम इंडिया की हार में सबसे बड़े विलेन बनकर सामने आए।
वॉशिंगटन सुंदर
इस मैच में जाहिर तौर पर सबसे बड़े विलेन वॉशिंगटन सुंदर ही रहे। इस खिलाड़ी ने बॉलिंग या बैटिंग नहीं बल्कि अपनी खराब फील्डिंग के चलते पूरे मैच को पलटकर रख दिया। इस मैच में दो ऐसे मौके आए जब सुंदर ने आसानी से रुकने वाली गेंद को छोड़ दिया और बांग्लादेश को दोनों बार चार रन मिले। इतना ही नहीं इस मैच के 43वें ओवर में सुंदर ने एक और बड़ी गलती कर दी। उस वक्त बांग्लादेश के 9 विकेट गिर चुके थे और जीत के लिए अभी भी 30 से ज्यादा रन चाहिए थे। तभी शार्दुल ठाकुर की गेंद पर एक मेहंदी हसन मिराज का एक कैच उछला, जिसे पकड़ने के लिए सुंदर आगे ही नहीं बढ़े।
केएल राहुल
सुंदर जैसी ही एक बड़ी गलती इस मैच में टीम के अनुभवी खिलाड़ी केएल राहुल ने भी की। राहुल ने इस मैच में जहां बल्ले से 73 रनों की एक शानदार पारी खेली। वहीं इस बार उन्होंने अपनी फील्डिंग से टीम की नैया डुबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बांग्लादेश की पारी के 43वें ओवर में राहुल ने मेहंदी हसन मिराज का एक आसान सा हाथ में आया कैच छोड़ दिया। जिससे भारतीय टीम के मैच जीतने की उम्मीदें पूरी तरह खत्म हो गईं।
कुलदीप सेन
इस मैच में डेब्यू करने वाले कुलदीप सेन का प्रदर्शन भी खराब रहा। जहां मैच में बाकी सभी गेंदबाज कसी हुई गेंदबाजी करके रन रोकने की कोशिश कर रहे थे, वहीं कुलदीप ने शुरू से ही जमकर रन खाए। खासकर अपने स्पैल के पांचवें ओवर में इस खिलाड़ी ने दो छक्के खाए और 7 की रन रेट से भी ज्यादा रन खर्च किए। सेन ने भले ही इस मैच में दो विकेट झटके हों, लेकिन वो किसी काम के नहीं रहे।
More Stories
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा पर गंभीर आरोप के बाद जारी हुआ अरेस्ट वारंट
Ravichandran Ashwin Retires as India’s Second-Highest Test Wicket-Taker
डी गुकेश बने सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन