विनेश फोगाट ने ओलंपिक के फाइनल में पहुंचकर करोड़ों भारतीयों का दिल जीता था, लेकिन यह खुशी लंबे समय तक नहीं ठहरी। पेरिस ओलंपिक में वजन सीमा के उल्लंघन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इस वजह से वह ओलंपिक में कोई पदक नहीं जीत सकेंगी।
विनेश महिलाओं के 50 किलोग्राम फ्री स्टाइल कुश्ती स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। लेकिन जब गुरुवार सुबह उनका वजन किया गया, तो वह मान्यता प्राप्त वजन सीमा से थोड़ी सी अधिक पाई गईं।भारतीय दल ने विनेश के वजन को 50 किलोग्राम तक लाने के लिए अतिरिक्त समय मांगा, लेकिन अंततः विनेश को निर्धारित वजन सीमा के उल्लंघन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया।
Also read: विनेश फोगाट डिस्क्वालिफाई: ओलंपिक कुश्ती के वजन नियम
वज़न कम करना इतना ज़रूरी क्यों?
किसी भी रेसलिंग इवेंट भी हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को अलग-अलग भार वर्ग में वर्गीकृत किया जाता है. रेसलिंग, बॉक्सिंग जैसे खेलों में ये तय तरीका है, जिससे सभी खिलाड़ियों के लिए निष्पक्ष मौका सुनिश्चित किया जाता है.हमने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के नियम देखे और एक पूर्व रेसलर और कोच से बात करके ये समझा कि ये नियम कैसे काम करते हैं.
Also read: यूरोप तक पहुंचा बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा
वजन घटाना मुश्किल क्यों है?
आधिकारिक तौर पर पहली बार किए गए समय पर जो वज़न होता है, प्रत्येक खिलाड़ी को केवल उसी एक भार वर्ग में खेलने की इजाज़त होती है.वज़न के वक्त खिलाड़ी केवल सिंगलेट यानी स्लीवलेस शर्ट ही पहन सकते हैं. बढ़े हुए वज़न के मामले में कोई समझौता नहीं हो सकता है.
Also read: मुहम्मद यूनुस बने बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री
More Stories
Agniveer Recruitment 2025 Key Changes and Introduction of a New Test
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध चीन का जवाब, अमेरिकी वस्तुओं पर 125% शुल्क
‘गदर 2’ के मुकाबले ‘जाट’ की धीमी शुरुआत, एक्सपर्ट्स ने बताई नुकसान की वजह