November 6, 2024

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पवन कल्याण की महत्वपूर्ण मांग, ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का राष्ट्रीय स्तर पर गठन किया जाए

तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद को लेकर चल रहे विवाद के बीच आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड के गठन की मांग की है। पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि देशभर में धार्मिक मामलों की निगरानी के लिए इस बोर्ड की जरूरत है। उन्होंने मंदिरों के अपमान और भूमि विवाद जैसे मुद्दों पर भी चिंता जताई।

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पवन कल्याण ने तिरुपति बालाजी मंदिर प्रसाद पर लगे गंभीर आरोपों पर जताई चिंता

आरोप है कि आंध्र प्रदेश की पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। यह आरोप खुद राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लगाए हैं, जिससे देशभर में इस मुद्दे पर हंगामा मच गया है। अब इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग जोर पकड़ रही है, और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर चर्चाएं हो रही हैं।

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तीखी प्रतिक्रिया, टीटीडी बोर्ड से मांगे जवाब

विवाद के बीच, राज्य के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “तिरुपति बालाजी प्रसाद में जानवरों की चर्बी (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और गोमांस की चर्बी) मिलाए जाने की खबर से हम सभी बेहद चिंतित हैं। तत्कालीन वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा नियुक्त टीटीडी बोर्ड को इस संबंध में कई सवालों का जवाब देना होगा। हमारी सरकार सख्त कार्रवाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लेकिन यह विवाद मंदिरों के अपमान, भूमि विवादों और अन्य धार्मिक प्रथाओं से जुड़े कई गंभीर मुद्दों को उजागर करता है।”

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‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ के गठन की मांग

पवन कल्याण ने अपने बयान में कहा, “अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए। इस पर सभी नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों, मीडिया और संबंधित क्षेत्रों के अन्य लोगों के बीच राष्ट्रीय स्तर पर एक बहस होनी चाहिए। मेरा मानना है कि हमें हर रूप में ‘सनातन धर्म’ के अपमान को रोकने के लिए एकजुट होना होगा।”

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