September 20, 2024

News , Article

Jayshankar

भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में नई गर्माहट: पुराने मतभेद भुलाकर साझेदारी की दिशा में एक कदम

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू की चीन के साथ बढ़ती नज़दीकी के बाद, यह भारत के किसी बड़े मंत्री की पहली मालदीव यात्रा थी।इस साल की शुरुआत में, मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। यह विवाद प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर पर मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणियों से शुरू हुआ था।इस यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव में यूपीआई पेमेंट सिस्टम की शुरुआत के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इसके अलावा दोनों देशों के बीच आपसी संबंध को मज़बूत करने के लिए कई मुद्दों पर बातचीत हुई है.

Also read: बिहार में दो बच्चों की मां की बेरहमी से हत्या, अपराधियों ने घर में घुसकर मारा

राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने क्या कहा

विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाक़ात के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने एक्स पर पोस्ट किया है.

मुइज़्ज़ू ने लिखा है कि मालदीव के 28 द्वीपों में पानी और नाले से जुड़ी परियोजनाओं को आधिकारिक तौर पर सौंपे जाने के मौक़े पर डॉक्टर एस जयशंकर से मिलकर ख़ुशी हुई.उन्होंने लिखा है, “हमेशा मालदीव की मदद करने के लिए मैं भारत सरकार और ख़ासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं.”उन्होंने कहा है कि हमारी साझेदारी से दोनों देशों के बीच सुरक्षा, विकास और सांस्कृतिक संबंध और मज़बूत होंगे. हम इस क्षेत्र में ज़्यादा समृद्ध भविष्य का निर्माण करेंगे. ख़बरों के मुताबिक़ मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने भारत को अपने सबसे क़रीबी सहयोगियों में से एक बताया है.वहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी मालदीव के साथ संबंधों को ख़ास बताया है.

Also read : अजित के बयान पर केसरकर: परिवार को राजनीति से दूर रखें

भारत और मालदीव के बीच विवाद कैसे शुरू हुआ था

इसी साल 4 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर कर लोगों ने वहाँ सैर सपाटे के लिए पहुँचने की अपील की थी.इस अपील के बाद मालदीव के कुछ मंत्रियों की मोदी और भारत विरोधी टिप्पणी की थी. इससे दोनों देशों के बीच एक नया विवाद पैदा खड़ा हो गया था.हालांकि मालदीव सरकार ने मामले को ठंडा करने के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मंत्रियों को निलंबित कर दिया और कहा कि इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत में मालदीव के हाई कमिश्नर इब्राहिम शाहिब को बुला कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी पर गंभीर चिंता जताई थी.मोहम्मद मुइज़्ज़ू पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति बने थे, उन्हें चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता रहा है.

Also read: अस्पतालों में महिला स्टाफ की परेशानी- कभी नशे में धुत लोग, कभी रात में बढ़ता ख़ौफ़