December 19, 2024

News , Article

अली अशरफ फातमी

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने दिया इस्तीफा; राजद में लौट रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी

आशंका साकार हो रही है, जैसा कि जनता दल यूनाईटेड को एक महत्वपूर्ण झटका लगा है। 20 जनवरी को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी ने सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे अब राजद में वापसी कर रहे हैं।

Also Read: महाराष्ट्र:राज ठाकरे ने की अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव से मुलाकात

अली अशरफ फातमी की इस्तीफा: जदयू में असहजता

दरभंगा सीट पर जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सीट बंटवारे के बाद अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के साथ-साथ सभी पदों से और सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पहले भी राष्ट्रीय जनता दल से जुड़े थे और केंद्र में मंत्री भी रहे थे। लेकिन सीएम नीतीश कुमार की पार्टी की एनडीए में वापसी के समय से वह असहज थे और अब सीट बंटवारे में दरभंगा लोकसभा भाजपा के खाते में जाने के आधार पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि वह नैतिक मूल्यों की रक्षा के लिए जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे रहे हैं।

Also Read: यूपी बोर्ड: मेरे पापा की बड़े लोगों से पहचान है, पास कर दीजिए नहीं तो… आंसर सीट में परीक्षक को लिखी ऐसी धमकियां

अली अशरफ फातमी: राजनीतिक यात्रा और फिर से जदयू में वापसी

दरभंगा सीट से जनता दल और राजद के चार बार सांसद रह चुके अली अशरफ फातमी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सीट बंटवारे के बाद अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में जनता दल के टिकट न मिलने पर नाराज होकर जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ले ली थीं। अब उन्हें राष्ट्रीय जनता दल में वापसी का संकेत मिल रहा है। उन्हें मधुबनी के लिए टिकट भी मिल सकता है, जिस पर वार्ता चल रही है। उनके पिछले राजनीतिक सफर में कई मुद्दों पर उन्हें संसद में चुना गया, और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री के रूप में भी भागीदारी हुई थी। लेकिन 2014 के चुनाव में वे फिर से राजद के टिकट पर चुनाव जीते। उन्हें पार्टी ने बेटिकट नहीं दिया जिससे वे नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़े, और फिर जदयू में साथ जुड़ गए। अब वे फिर से जनता दल में वापसी कर रहे हैं।

Also Read: व्लादिमीर पुतिन 5वीं बार बने रूस के राष्ट्रपति