October 5, 2024

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भाजपा किसे बनाएगी राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार, किस आधार पर तय होगा नाम?

 लोकसभा, राज्यसभा और अलग-अलग विधानसभा में सदस्यों के आंकड़ों को देखें तो भाजपा काफी मजबूत स्थिति में है। ऐसे में हर किसी की नजर भाजपा के संभावित उम्मीदवार पर टिकी है। कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि भाजपा में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवारों के लिए कैसे चर्चा हो रही है? क्या कयास लगाए जा रहे हैं? किस वर्ग से भाजपा अपना उम्मीदवार बना सकती है?

पहला गुजरात, हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव, दूसरा राज्यसभा और फिर राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव। गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव का एलान हो गया। 

पहले जान लीजिए राष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है? 
राष्ट्रपति का चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं।

इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। एक सांसद के वोट की कीमत 700 होती है। वहीं, विधायकों के वोट की वैल्यू उस राज्य की आबादी और सीटों की संख्या पर निर्भर होती है

कौन लड़ सकता है राष्ट्रपति चुनाव?
चुनाव लड़ने वाला भारत का नागरिक होना चाहिए।

उसकी उम्र 35 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।

चुनाव लड़ने वाले में लोकसभा का सदस्य होने की पात्रता होनी चाहिए।

इलेक्टोरल कॉलेज के पचास प्रस्तावक और पचास समर्थन करने वाले होने चाहिए। 

राज्यसभा की कुल 57 सीटें (15 राज्यों की) खाली हुई थी. इनमें से 41 पर उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिये गए.

अब बची हुई 16 सीटों पर आज वोटिंग हो रही है. इसमें हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल हैं.

चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों उम्मीदवार पर आज चुनाव हो रहा है

इसमें हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल है. वोटिंग की शुरुआत के साथ ही हलचल तेज है. राजस्थान में बीजेपी विधायक का वोट खारिज हो गया है. वहीं कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग हो गई है.

चारों ही राज्यों में मुकाबला जोरदार है क्योंकि सभी जगह पार्टियों.

विधानसभा में उनकी विधायी ताकत की तुलना से ज्यादा उम्मीदवार उतारे हैं.

इसी वजह से पूरे चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका जताई जाती रही

कांग्रेस ने राजस्थान और हरियाणा के विधायकों को एकजुट करके रिसॉर्ट में भी रखा था.