भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास को बुधवार को लंदन में सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड्स 2023 में ‘गवर्नर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. उन्हें यह सम्मान COVID महामारी के दौरान लिए गए फैसलों और मुद्रास्फीति के कुशल प्रबंधन के लिए दिया गया है.
ऑर्गेनाइजर्स ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘RBI गवर्नर ने कई जरूरी फैसले लिए हैं. उनके कार्यकाल में वर्ल्ड लीडिंग यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का तेजी से विस्तार हुआ है. उन्होंने मुश्किल समय में भारत का अच्छी तरह से नेतृत्व किया है.’
आरबीआई गवर्नर क्यों चुने गए इस अवॉर्ड के लिए
सेंट्रल बैंकिंग एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक रिसर्च जरनल है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास को इस अवॉर्ड के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि कोविड महामारी के दौरान और आर्थिक उठापठक के दौरान पैदा हुए आर्थिक संकट के बीच भारत के बैंकिंग सिस्टम को उन्होंने बखूबी संभाला. वहीं महंगाई को मैनेज करने में भी उन्होंने दक्षतापूर्वक सफलता हासिल की.
शक्तिकांत दास ने पेमेंट इनोवेशन सिस्टम को लीड किया
सेंट्रल बैंकिंग अवॉर्ड्स के आयोजकों का कहना है कि भारत में चुनौतीपूर्ण रिफॉर्म्स के साथ ही आरबीआई गवर्नर ने दुनिया में अग्रणी पेमेंट इनोवेशन सिस्टम को भी लीड किया. इसके अलावा भारत को कठिन समय में आगे लाकर उसके आर्थिक सिस्टम को भी संभाला. आयोजकों के मुताबिक आरबीआई गवर्नर ने कठिन रिफॉर्म्स को मजबूती से आगे बढ़ाया, इसके साथ ही उन्होंने देश के आर्थिक सिस्टम को भी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई और देश को मुश्किल स्थितियों में से बाहर निकाला.
मार्च 2023 में शक्तिकांत दास के नाम की हुई थी सिफारिश
पब्लिकेशन की ओर से मार्च 2023 में शक्तिकांत दास के नाम की इस अवॉर्ड के लिए सिफारिश की गई थी. रूस-यूक्रेन युद्ध, ग्लोबल चुनौतियां, कच्चे तेल की कमी जैसी आर्थिक स्थितियों के बीत भारत के बैंकिंग सिस्टम को सुदृढ़ बनाए रखने के उनके कार्य के लिए इस अवॉर्ड के लिए वो पहली पसंद बनकर उभरे. उनके नेतृत्व में ग्लोबल राजनीतिक दबावों के बीच भी महंगाई को काबू करने के प्रयासों में तेजी लाई गई जिसके सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिले. देश के केंद्रीय बैंक के तौर पर अपनी भूमिका को आरबीआई ने बखूबी निभाया और इसका श्रेय काफी हद तक आरबीआई गवर्नर को जाता है.
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