शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद के अंदर अवैध निर्माण को लेकर उत्पन्न विवाद के बारे में आपने सही जानकारी दी है। इस प्रकार की स्थितियों में स्थानीय लोगों की चिंताओं और भावनाओं को समझना महत्वपूर्ण होता है, साथ ही कानून और व्यवस्था बनाए रखना भी आवश्यक होता है।
शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर बढ़ते बवाल की पूरी कहानी:
धारा 163 के तहत सुरक्षा उपायों को लागू करने का मतलब है कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। यह पुलिस और प्रशासन की ओर से एक कदम है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके और स्थानीय समुदाय में शांति बनी रहे।
Also read: Elon Musk Poised to Become World’s First Trillionaire by 2027
संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण पर नगर निगम और स्थानीय लोगों के बीच तनाव
शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम ने कई बार नोटिस जारी किए हैं। मस्जिद का निर्माण 1947 में शुरू हुआ था, और 2010 के बाद इसमें पुनर्निर्माण कार्य किया गया। हालांकि, यह कार्य एक मंजिल से बढ़कर कई मंजिलों में तब्दील हो गया। नगर निगम की ओर से जारी नोटिसों के बावजूद अवैध निर्माण को नहीं रोका जा सका। यह मस्जिद अब एक बड़े ढांचे में बदल चुकी है, जिससे स्थानीय लोगों और नगर निगम के बीच टकराव उत्पन्न हो गया है।
Also Read : Supreme Court has halted defamation proceedings against Shashi Tharoor
नगर निगम द्वारा जारी नोटिसों में अवैध निर्माण को बंद करने और नियमों के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इन निर्देशों का पालन नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप, क्षेत्र में विवाद बढ़ गया है और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए हैं, अपने विरोध को प्रदर्शित करते हुए।
Also Read : Samsung India laying off employees due to slowdown
More Stories
U.S. 2024 Election: Voters to cast presidential ballots soon
कनाडा में हिंदू मंदिर पर खालिस्तानियों के हमले से नाराजगी, विदेश मंत्री बोले- ये बेहद चिंताजनक
सलमान खान को बिश्नोई गैंग की धमकी: मंदिर जाओ या 5 करोड़ दो