November 22, 2024

News , Article

Burqa catwalk

मुजफ्फरनगर में छात्राओं ने बुर्के में किया कैटवॉक

उत्तर प्रदेश में, मुजफ्फरनगर के श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज में आयोजित फैशन स्पलैश 2023 के तीन दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम में मुस्लिम छात्राओं ने बुर्के में रैंप पर कैटवॉक करने का विरोध उठाया गया है। सोशल मीडिया पर उन छात्राओं की वीड़ियो वायरल हो रही है, जो बुर्के में कैटवॉक कर रही हैं। इसके परिणामस्वरूप, मुस्लिम समाज ने कार्यक्रम का विरोध किया है। मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिला संयोजक ने भी इस मुद्दे पर एतराज जताया है और धर्म से जुड़े वस्त्रों में फैशन शो कराने की चेतावनी को कॉलेज प्रशासन से दी है।

श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज में 24 नवंबर से लेकर 26 नवंबर तक फैशन स्पलैश 2023 कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें फिल्म अभिनेत्री मंदाकनी सहित विभिन्न मॉडल्स ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भी रैंप पर कैटवॉक कर डिजाइनदार कपड़ों की प्रदर्शनी की। इसी कड़ी में कॉलेज में पढ़ने वाली बीएफए की कुछ छात्राओं ने बुर्का और हिजाब पहनकर रैंप पर कैटवॉक किया।

Also Read: ThinkPad or IdeaPad: Choosing the Right Laptop for Your Needs

वायरल हुआ वीडियो

बुर्के में कैटवाक कर रही छात्राओं को देखकर वहां मौजूद अतिथियों ने जमकर तालियां बजाई। जब कैटवॉक की वीड़ियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई तो मुस्लिम समाज के लोगों ने इस पर एतराज शुरू कर दिया। मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि धर्म से जुड़े वस्त्रों को प्रदर्शनी में शामिल कर धार्मिक भावनाएं आहत की गई गई है। वीड़ियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद विभिन्न संगठनों ने बुर्के में फैशन शो कराए जाने का विरोध किया।

Also Read: Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए 360 डिग्री ऑपरेशन जारी

मुजफ्फरनगर: छात्राएं बोलीं, बुर्का पर्दा और फैशन दोनों है

श्रीराम कॉलेज में बुर्का और हिजाब में कैटवाक करने वाली 13 छात्राओं की डिजाइनर शनेहा ने बताया कि उनके विभाग के विभागाध्यक्ष मनोज धीमान ने कहा था कि फैशन शो में कुछ अलग करके दिखाओ। इसके बाद मैनें अपनी मुस्लिम बहनों के लिए यह निर्णय लिया कि बुर्के को फैशन का रूप दिया जाए। बुर्के में कैटवॉक करने पर पहले तो मेरे मन में डर था, लेकिन जब मनोज सर ने हौसला दिया तो बुर्के में कैटवॉक कर अच्छा अनुभव प्राप्त किया। बुर्का हमारा पर्दा है, लेकिन यह फैशन भी बन सकता है। देवबंद के गांव गोपाली निवासी छात्रा अलिना का कहना है कि फैशन शो में सब शॉर्ट ड्रैस तैयार कर रहीं थीं, लेकिन हमने अपनी मुस्लिम बहनों के लिए बुर्के में फैशन निकाला है।

Also Read: 1 दिसंबर से भारतीय बिना वीजा जा सकेंगे मलेशिया

बुर्का केवल धार्मिक पर्दा: मौलाना

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिला संयोजक मौलाना मुकर्रम काजमी का कहना है कि कालेज के फैशन शो में बुर्के में कैटवाक कराकर धार्मिक भावनाएं भड़काने का काम किया गया। बुर्का फैशन शो का हिस्सा नहीं है, यह केवल तन का पर्दा है। यह पहली बार देखा कि इसे फैशन शो में शामिल किया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन को चेतावनी दी कि वह शिक्षण संस्थान में तालिम के नाम पर नंगा नाच करा रहे हैं। समाज सुधार के लिए कार्य करें और आगे धार्मिक वस्त्रों में फैशन शो जैसे कार्यक्रम नहीं कराए। अन्यथा हम कार्रवाई को मजबूर होंगे।

Also Read: Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए 360 डिग्री ऑपरेशन जारी

मामले से बच रहा कॉलेज प्रशासन

श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज के मीडिया प्रभारी रवि गौतम का कहना है कि कॉलेज में हुए फैशन शो में छात्राें द्वारा ड्रैस डिजाइन की गई है। कुछ छात्राओं ने बुर्के को भी फैशन का हिस्सा बनाया है। ये केवल क्रिएटिवटी का हिस्सा है, जो छात्राओं के करियर से जुड़ा है। इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

Also Read: Unmasking Deepfake Technology: The Rising Challenge of Synthetic Media