बिहार में हुए राजनीतिक फेरबदल के बाद जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के नेता नीतीश कुमार ने 8वीं बार मुख्यमंत्री के पद की शपथ जरूर ले ली है लेकिन अभी भी उनकी सरकार को बहुमत साबित करने की परीक्षा से गुजरना है. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार को बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से गुजरना है और इसके लिये उन्हें 24 अगस्त को बहुमत साबित करनी होगी.
16 अगस्त को होगा कैबिनेट का विस्तार
सूत्रों के अनुसार बिहार सरकार के कैबिनेट का विस्तार 16 अगस्त को किया जा सकता है. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग की जिसमें यह निर्णय लिया गया कि बिहार विधानसभा सत्र में 24 अगस्त को विश्वास मत हासिल करने की कोशिश करेगी.
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा की 242 सीटों में भारतीय जनता पार्टी के पास 77 सीटें हैं तो वहीं पर जेडीयू के पास 44 है. जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के पास 4, आरजेडी के पास 79, कांग्रेस पास 19 और सीपीआई के पास 4 सीटें हैं.
नीतिश कुमार को हासिल है इतने विधायकों का समर्थन
वहीं पर असददुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और निर्दलीय के पास एक-एक सीट है. महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी, एचएएम, इंडियन नेशनल कॉन्ग्रेस, सीपीआई (एमएल) और सीपीआई एक साथ हैं जिससे महागठबंधन के पास कुल 163 सीटें हो जाती हैं, तो वहीं पर नीतीश कुमार ने दावा किया है कि जो निर्दलीय विधायक है उसका साथ भी महागठबंधन को है जिसके चलते उनके पास 164 विधायकों का समर्थन है. अब नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार को 24 अगस्त को बहुमत साबित करना होगा.
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