केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लॉन्च हुए पांच दिन पूरे हो चुके हैं। 14 जून की शाम तीनों सेना के प्रमुखों ने इसका एलान किया था, जिसके बाद अगले दिन से ही बिहार में इस पर बवाल शुरू हो गया। विरोध की यह आग बिहार से उत्तर प्रदेश होते हुए देश के कई हिस्सों में फैल चुकी है। अब भी हजारों युवा इसके विरोध में सड़कों पर हैं। आज भारत बंद का भी प्रदर्शनकारियों ने आह्वान किया है।
अग्निपथ योजना में क्या है?
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। भर्ती के लिए साढ़े 17 साल से 21 साल की आयु सीमा तय की गई है। हालांकि, इस साल उम्र सीमा में युवाओं को दो साल की छूट दी गई है। मतलब 2022 में होने वाली भर्ती में 23 साल तक के युवा भाग ले सकेंगे। चार साल के अंत में 75 फीसदी सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा। अधिकतम 25 फीसदी इच्छुक जवानों को सेना में आगे भी सेवा देने का मौका मिलेगा। यह तब होगा, जब रिक्तियां होंगी। जिन जवानों को सेवा से मुक्त किया जाएगा, उन्हें सशस्त्र बल व अन्य सरकारी नौकरियों में वरीयता मिलेगी।’
अब तक क्या-क्या हुआ?
अग्निपथ योजना को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश के 60 से ज्यादा जिलों से हिंसा की खबर सामने आ चुकी हैं। दो लोगों की जान जा चुकी है। एक आंकड़े के अनुसार, आगजनी और तोड़फोड़ के चलते अब तक एक हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। आज भी प्रदर्शनकारियों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इसके चलते दिल्ली एनसीआर समेत कई शहरों में भारी जाम की स्थिति बनी हुई है। दूसरी तरफ सरकार ने युवाओं के हित में कई बड़े एलान भी किए हैं।
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