माउंट फूजी पर्वत पर चढ़ने की इच्छा रखने वाले लोगों को अब अपने स्लॉट की बुकिंग करानी होगी और इसके लिए उन्हें शुल्क भी देना होगा. यह फैसला माउंट फूजी पर्वत पर लगातार पर्वतारोहियों की बढ़ती संख्या और उनके द्वारा छोड़ी गई गंदगी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. पर्वतारोहियों की बढ़ती संख्या के कारण सुरक्षा और संरक्षण संबंधी चिंताएं बढ़ी हैं, जिसके कारण नए नियम बनाए गए हैं. यह नए नियम, 3776 मीटर (लगभग 12,300 फीट) ऊंचे पर्वत के यामानाशी किनारे पर योशिदा मार्ग से जाने वाले पर्वतारोहियों पर लागू होंगे.
पर्वत पर नए नियमों के अनुसार पर्वतारोहियों की संख्या पर प्रतिबंध
माउंट फूजी पर्वत पर चढ़ने के इस कार्यक्रम की शुरुआत 1 जुलाई से 10 सितंबर तक होगी. यामानाशी प्रांत ने एक बयान में बताया कि नए नियम के अनुसार केवल 4,000 पर्वतारोहियों को मार्ग में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी और इसके लिए प्रतिदिन 2,000 येन (लगभग 18 अमेरिकी डॉलर) का शुल्क लिया जाएगा.
पर्वत की सुंदरता को लेकर व्यापक रूप से मशहूर है. इसके तीन ज्वालामुखियों से मिलकर यह पर्वत बना है, जिनके नाम हैं- कोमिताके, कोफूजी और शिन फूजी. माउंट फूजी की खासियत उसकी बर्फीली चोटियों और खड़ी ढलानों में दिखाई देती है, जो आकर्षकता में वृद्धि करती है.
also read: मनाली हत्याकांड: चार्जर से गला घोंटकर गर्लफ्रेंड की हत्या की शव को गर्म पानी से नहलाया
More Stories
अमेरिका का अदाणी मामले पर बयान: ‘भारत-अमेरिका संबंधों की नींव बेहद मजबूत’
How India vs Australia Became Cricket’s Biggest Rivalry
भारत-पाकिस्तान की ‘ड्रोन रेस’: खतरे और पलड़ा किसका भारी