गुरुवार को इजरायल-हमास संघर्ष के बीच, हमास के प्रवक्ता ओसामा हमदान ने कहा कि किसी को नहीं पता कि 120 इजराइली बंधकों में से कितने जीवित बचे हैं। CNN को दिए एक इंटरव्यू में, उन्होंने कहा कि अगर बंधकों को छोड़ने के लिए कोई समझौता होता, तो गाजा से इजराइली सेना की पूरी तरह वापसी और युद्धविराम की गारंटी होती।
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दरअसल, 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला और 234 को घेर लिया। कुछ घंटे बाद इजराइल सेना ने गाजा पर हमला कर दिया। तब से युद्ध जारी है। हमास के नेता याह्या सिनवार को इजराइल पर हमलों का आरोप लगाया जाता है।
हमास ने 4 बंधकों की खराब स्वास्थ्य रिपोर्ट को खारिज किया, डॉक्टर ने बताया मानसिक और शारीरिक असर
ओसामा ने बुधवार को इजराइली सेना द्वारा शनिवार को हमास की जेल से छुड़ाए गए चार बंधकों की मेडिकल रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया, जिसमें डॉ. पेसाच ने कहा कि उनकी मांसपेशियां और वजन बहुत कम हो गया था। डॉ. पेसाच ने कहा कि खराब खाना, जेल की यातना और कम रोशनी से इनकी ये बीमारियां हुईं। डॉ. पेसाच ने कहा कि इसका असर जल्द नहीं खत्म होगा। इसका सबसे बड़ा प्रभाव मानसिक होगा। डर अभी भी एंड्री कोजलोव में है। अब वह लोगों से बहुत बात नहीं करना चाहते हैं।
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नेता सिनवार की ‘मौतें आजादी के लिए जरूरी बलिदान’ वाली रिपोर्ट को खारिज किया
हमास के प्रवक्ता ओसामा हमदान ने मीडिया रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया, जिसमें हमास के नेता याह्या सिनवार ने गाजा में हो रही मौतों को फिलिस्तीन की आजादी के लिए आवश्यक बलिदान बताया था। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इससे पहले कहा था कि सिनवार ने सीजफायर के लिए बिचौलियों से संपर्क रखने वाले अधिकारियों और हमास के लड़ाकों से कहा कि वे नहीं चाहते कि युद्ध रुके।
सिनवार का विचार है कि हमास को युद्ध में जितने अधिक आम नागरिकों की मौत होगी, उतना अधिक लाभ होगा। रिपोर्ट के अनुसार, सिनवार ने हमास के पॉलिटिकल लीडर इस्माइल हानिए के चार पोतों और तीन बेटों की मौत पर कहा, “लोगों की इस कुर्बानी से फिलिस्तीन को नई जिंदगी मिलेगी।” इससे देश का सम्मान और विकास होगा।”
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