भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) ने सीमा पर तनाव कम करने और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से सैनिकों की संख्या घटाने पर सहमति जताई है। दोनों देशों ने यह फैसला द्विपक्षीय बातचीत के दौरान लिया, जिसमें उन्होंने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा की।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा कि बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और दोनों पक्षों ने आपसी विश्वास बहाली की दिशा में कदम उठाने का संकल्प लिया। पाकिस्तान की ओर से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया आई, जिसमें उन्होंने सीमा पर संघर्षविराम की स्थिति को मजबूत बनाए रखने का आश्वासन दिया।
भारत सीमा पर तनाव घटाने की दिशा में बड़ा कदम
इस समझौते को दोनों देशों के बीच हाल के तनावों के मद्देनज़र एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में सीमा पर कई बार गोलीबारी और घुसपैठ की घटनाएं हुई थीं, जिससे आम नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
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अब जब भारत और पाकिस्तान दोनों ने सैनिकों की तैनाती घटाने का फैसला लिया है, तो इससे सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि यह कदम न केवल सैन्य स्तर पर विश्वास बहाली करेगा, बल्कि राजनीतिक और कूटनीतिक वार्ताओं का रास्ता भी साफ करेगा।
रक्षा विशेषज्ञों ने इस निर्णय की सराहना की है और कहा है कि यह दोनों देशों के बीच स्थायी शांति की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जमीनी स्तर पर निगरानी बनाए रखना जरूरी है ताकि किसी भी तरह की गलतफहमी से बचा जा सके।
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