चीन लगातार अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है। इसी के तहत उसने फिर से रक्षा बजट बढ़ाने की घोषणा की है। बुधवार को चीन ने अपने नए रक्षा बजट की घोषणा की। इस बार चीन ने रक्षा खर्च के लिए 249 अरब डॉलर तय किए हैं। यह पिछले साल के बजट से 7.2 प्रतिशत अधिक है।
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पिछले वर्ष भी चीन ने रक्षा बजट में वृद्धि की थी
चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के समक्ष पेश ड्राफ्ट बजट में इस वर्ष रक्षा बजट 1.7 खरब युआन (249 अरब डॉलर) तय हुआ। बीते वर्ष भी चीन ने अपने रक्षा बजट में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि की थी। 2023 में चीन का रक्षा बजट 1.67 खरब युआन (232 अरब डॉलर) था। चीन अपनी सेना का बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण कर रहा है। वह नए एयरक्राफ्ट करियर और नौसैन्य जहाजों का तेजी से निर्माण कर रहा है। चीन स्टील्थ तकनीक पर आधारित लड़ाकू विमानों का भी विकास कर रहा है। वह अमेरिका को हर मोर्चे पर चुनौती देने की तैयारी कर रहा है। चीन अपनी सेना को लगातार मजबूत करने में जुटा हुआ है।
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अमेरिका की तुलना में चीन का सैन्य बजट अभी काफी कम है। लेकिन चीन की तेज़ी से बढ़ती सैन्य खर्च दर को देखते हुए बदलाव संभव है। दक्षिण चीन सागर और वियतनाम के साथ चीन के हालात तनावपूर्ण हैं। भारत के साथ भी चीन का सीमा विवाद जारी है।
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चीन का रक्षा बजट भारत से तीन गुना से अधिक
चीन का सैन्य बजट भारत की तुलना में तीन गुना से अधिक हो गया है। भारत ने अपने रक्षा खर्च के लिए 75 अरब डॉलर आवंटित किए। वहीं, चीन का रक्षा बजट 249 अरब डॉलर है, जिससे दोनों देशों का अंतर स्पष्ट होता है। अन्य देशों की तुलना में अमेरिका सबसे आगे है, जिसका सैन्य बजट 895 अरब डॉलर है। अमेरिका के आसपास भी कोई अन्य देश नहीं पहुंचता। दूसरे स्थान पर चीन और तीसरे स्थान पर रूस है, जो 126 अरब डॉलर खर्च करता है। भारत सैन्य बजट में चौथे स्थान पर है, जबकि पांचवें पर सऊदी अरब आता है। छठे स्थान पर ब्रिटेन, सातवें पर जापान और आठवें पर ऑस्ट्रेलिया है। फ्रांस नौवें स्थान पर और यूक्रेन दसवें स्थान पर है। यह रैंकिंग ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग 2025 के अनुसार दी गई है।
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चीन सरकार का फोकस रोजगार वृद्धि पर
चीन का बजट 1.2 करोड़ नई नौकरियां सृजित करने के लक्ष्य पर केंद्रित है। ये नौकरियां शहरी क्षेत्रों में होंगी। अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद और अन्य मुद्दों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था कठिनाइयों में है। अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए चीन सरकार रोजगार वृद्धि पर ध्यान दे रही है।
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