चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीन-रूस संबंधों को और गहरा करने के लिए एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए। पुतिन दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे, जहां उनका रेड कार्पेट स्वागत किया गया। ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल के बाहर सैन्य बैंड सेरेनेड और तोपों की सलामी के साथ उन्हें सम्मानित किया गया। चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि शी जिनपिंग ने कहा कि चीन-रूस संबंध बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल में भी मजबूत रहे हैं। दोनों देश एक दूसरे के अच्छे पड़ोसी, मित्र और विश्वसनीय साझेदार बने रहना चाहते हैं। शी जिनपिंग ने यह भी कहा कि दोनों देश अपनी मित्रता को और मजबूत करने, राष्ट्रीय विकास, निष्पक्षता और न्याय को संयुक्त रूप से बनाए रखने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
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पुतिन की बीजिंग यात्रा: यूक्रेन संकट और चीन-रूस संबंधों पर चर्चा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बीजिंग यात्रा उनके नए कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा है। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को आगामी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम से निलंबित करने के फैसले पर सहमति दी। यह चौथी बार है जब पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बैठक कर रहे हैं। बैठक में यूक्रेन संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय चिंता और संकट के समाधान के राजनयिक प्रयासों पर चर्चा हुई। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब चीन पर दबाव बढ़ रहा है, और अमेरिका ने चीन पर रूस के रक्षा परिसर को सहायता देने का आरोप लगाया है, जिसे चीन ने निराधार बताया है।
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पुतिन और शी जिनपिंग ने बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों के महत्व पर भी चर्चा की। इसके अलावा, व्यापार, सुरक्षा, उद्योग, और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को लेकर भी बातचीत हुई।
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