April 16, 2025

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वीरास्‍वामी क्‍यों बंद हो रहा है?

स्‍मारक स्थलों के साथ प्रसिद्ध रेस्‍टोरेंट किसी पुराने और बड़े शहर की पहचान होते हैं। ऐसा ही लंदन में स्थित एक ऐतिहासिक भारतीय रेस्‍टोरेंट, वीरास्‍वामी है, जो अपनी प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है। यह मिशेलिन-स्टार रेस्‍टोरेंट अप्रैल 1926 में विक्‍टरी हाउस इमारत में स्थापित हुआ था, जिसका मालिकाना द क्राउन स्‍टेट के पास है। अब, द क्राउन स्‍टेट ने विक्‍टरी हाउस में बड़े पैमाने पर मरम्मत, डिजाइनिंग और रेनोवेशन का काम करने का निर्णय लिया है, जिसके चलते उसने रेस्‍टोरेंट के पट्टे की अवधि को बढ़ाने से इनकार कर दिया है।

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वीरास्‍वामी का पट्टा विवाद और परिसर का खतरा

वीरास्‍वामी के पट्टे की अवधि जून में खत्म होने वाली है। रेस्तरां के स्वामित्व वाली कंपनी ‘एमडब्ल्यू ईट’ ने अपने संरक्षित किरायेदारी अधिकार के तहत पट्टे के नवीनीकरण के लिए अदालत का रुख किया है। इस कारण वीरास्वामी पट्टे के विस्तार को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझ गया है। इन सबके मद्देनजर मध्य लंदन के प्रतिष्ठित रीजेंट स्ट्रीट इलाके में उस परिसर को गंवाने का खतरा मंडरा रहा है, जहां वह लगभग 100 वर्षों से अपने ग्राहकों को उनके पसंदीदा व्यंजन परोस रहा है।

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वीरास्वामी की ऐतिहासिक महत्वता

इस बारे में ‘एमडब्ल्यू ईट’ के निदेशक रणजीत मथरानी ने कहा, “वीरास्वामी सिर्फ एक प्रतिष्ठान नहीं बल्कि एक जीवंत स्थान है जो लंदन के मौजूदा पाक-कला परिदृश्य का एक अभिन्न हिस्सा है। ब्रिटेन की दिवंगत महारानी (एलिजाबेथ द्वितीय), राजकुमारी ऐनी और अन्य विदेशी शाही हस्तियां हमारे रेस्तरां में आ चुकी हैं।”

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उन्होंने आगे कहा, “द क्राउन एस्टेट ने हमारे पट्टे की अवधि 24 जून के बाद बढ़ाने से इनकार कर दिया है और हमसे भूतल और पहली मंजिल पर स्थित हमारे रेस्तरां के परिसर को खाली करने को कहा है, ताकि वह वहां साज-सज्जा कार्य करवा सके।”

मथरानी ने यह भी कहा कि ‘एमडब्ल्यू ईट’ ने ‘द क्राउन एस्टेट’ के सामने ऐसे विकल्प पेश किए हैं, जिससे रेस्तरां का संचालन उसके ऐतिहासिक परिसर से जारी रखा जा सकेगा। हालांकि, उन्होंने बताया कि कंपनी समझौते के लिए तैयार नहीं है और पूरी इमारत को कार्यालय परिसर में तब्दील करने पर अडिग है।