January 21, 2025

News , Article

PM MODI

महाकुंभ 2025: 5 फरवरी को PM मोदी, राष्ट्रपति और गृहमंत्री का दौरा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार ऐतिहासिक महत्व का होगा। इस विशेष अवसर पर PM नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और गृहमंत्री अमित शाह के 5 फरवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस दिन का महत्व न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि राष्ट्रीय एकता और संस्कृति के संदर्भ में भी बहुत अधिक होगा, क्योंकि इन नेताओं का आगमन आयोजन को और भी भव्य और ऐतिहासिक बना देगा।

महाकुंभ एक ऐसा पर्व है, जो भारतीय संस्कृति, धर्म और आस्था की एक अनूठी मिसाल प्रस्तुत करता है। इस मेले में हर बार करोड़ों श्रद्धालु संगम के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, और यह आयोजन विशेष रूप से हिंदू धर्मावलंबियों के लिए एक अत्यधिक महत्वपूर्ण अवसर होता है। महाकुंभ 2025 में इस बार धार्मिक अनुष्ठानों के अलावा, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियाँ भी प्रमुख रहेंगी। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करती है, क्योंकि प्रधानमंत्री के आगमन से महाकुंभ के महत्व और उसके ऐतिहासिक संदर्भ को और बढ़ावा मिलेगा।

PM नरेंद्र मोदी के साथ-साथ, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आगमन से महाकुंभ का यह आयोजन और भी गरिमामय बन जाएगा। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का इस धार्मिक महापर्व में शामिल होना देश की सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक एकता को एक नया आयाम देगा। इन नेताओं का आगमन भारतीय धर्म और संस्कृति के प्रति उनके समर्थन और आस्थावाद को भी प्रदर्शित करेगा।

Also Read: दिल्‍ली के LG की पुलिस कमिश्‍नर को चिट्ठी

महाकुंभ के दौरान विशेष ध्यान

गृहमंत्री अमित शाह का दौरा भी इस महाकुंभ आयोजन में महत्वपूर्ण रहेगा। उनकी उपस्थिति से सुरक्षा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि इस धार्मिक आयोजन में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। गृहमंत्री शाह के नेतृत्व में विशेष सुरक्षा उपायों को लागू करने के साथ-साथ, प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ भी महाकुंभ के दौरान विशेष ध्यान देंगी ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके।

महाकुंभ 2025 का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यटन और आर्थिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक प्रभावशाली साबित हो सकता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक इस आयोजन में भाग लेने के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं, जिससे स्थानीय व्यापार, होटल उद्योग और परिवहन व्यवस्था को भी फायदा होता है। इस बार महाकुंभ के आयोजन को और भी भव्य बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई योजनाएं बनाई हैं, जिनमें स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं, यातायात व्यवस्था, और सुविधा के दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।

Also Read: झारखंड HC ने दुबे-तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी रद्द का आदेश बरकरार रखा

प्रधानमंत्री मोदी और अन्य केंद्रीय नेताओं की उपस्थिति

PM मोदी और अन्य केंद्रीय नेताओं की उपस्थिति से यह आयोजन न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण संदेश देने का अवसर होगा। यह महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक बनकर उभरेगा, और यह दर्शाएगा कि भारत अपनी धार्मिक विविधता और आपसी भाईचारे को हमेशा बनाए रखेगा।

कुल मिलाकर, महाकुंभ 2025 का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, समाज और राजनीति की एकता का भी प्रतीक बनेगा। इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और गृहमंत्री अमित शाह का आगमन इस आयोजन को और भी ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बना देगा।

Also Read: गणतंत्र दिवस की परेड देखना है तो यहां से खरीद सकते हैं ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट