January 14, 2025

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Makar Sankranti 2025

मकर संक्रांति का क्या है पौराणिक महत्व? 

मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जिसे ज्योतिष में विशेष महत्व दिया गया है. सूर्य को सभी राशियों का राजा माना जाता है, और उनके गोचर से खरमास समाप्त होकर वसंत ऋतु के आगमन का संकेत मिलता है. मकर संक्रांति का महाभारत काल से भी गहरा संबंध है. भीष्म पितामह ने 58 दिनों तक बाणों की शैया पर रहते हुए सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार किया और तभी अपने प्राण त्यागे. यहां जानिए इससे जुड़ी पौराणिक कथा.

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महाभारत युद्ध में भीष्म पितामह की वीरता और सूर्य के उत्तरायण होने तक प्राण त्यागने का प्रण

18 दिन तक चले महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह ने 10 दिन तक कौरवों की ओर से युद्ध लड़ा. रणभूमि में पितामह के युद्ध कौशल से पांडव व्याकुल थे. बाद में पांडवों ने शिखंडी की मदद से भीष्म को धनुष छोड़ने पर मजबूर किया और फिर अर्जुन ने एक के बाद एक कई बाण मारकर उन्हें धरती पर गिरा दिया. चूंकि भीष्म पितामह को इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था. इसलिए अर्जुन के बाणों से बुरी तरह चोट खाने के बावजूद वे जीवित रहे. भीष्म पितामह ने ये प्रण ले रखा था कि जब तक हस्तिनापुर सभी ओर से सुरक्षित नहीं हो जाता, वे प्राण नहीं देंगे. साथ ही पितामह ने अपने प्राण त्यागने के लिए सूर्य के उत्तारायण होने का भी इंतेजार किया, क्योंकि इस दिन प्राण त्यागने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.

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भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार उत्तरायण में शरीर त्यागने से मिलता है मोक्ष, भीष्म पितामह ने यही कारण चुना

भगवान श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायण का महत्व बताते हुए कहा है कि 6 माह के शुभ काल में जब सूर्य देव उत्तरायण होते हैं और धरती प्रकाशमयी होती है, उस समय शरीर त्यागने वाले व्यक्ति का पुनर्जन्म नहीं होता है. ऐसे लोग सीधे ब्रह्म को प्राप्त होते हैं, यानी उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. यही कारण है कि भीष्म पितामह ने शरीर त्यागने के लिए सूर्य के उत्तरायण होने तक का इंतजार किया.

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उदयातिथि के अनुसार, मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी 2025 यानी आज ही मनाई जाएगी. आज सुबह सूर्य 8 बजकर 41 मिनट मकर राशि में प्रवेश करेंगे. हिंदू पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति पुण्य काल का समय आज सुबह 9 बजकर 03 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा और महापुण्य काल का समय आज सुबह 9 बजकर 03 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.