पीठ की चोट ठीक नहीं हो रही थी। वे गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे। भारतीय टीम ने उन्हें वर्ल्ड कप तक मौका दिया फिर ड्रॉप कर दिया। जिस मुंबई इंडियंस को उन्होंने कई बार चैम्पियन बनाया उसने तो एक सीजन भी इंतजार नहीं किया। पंड्या को रिटेन नहीं किया गया। पंड्या इससे टूटे नहीं। कड़ी मेहनत की। फिटनेस को दुरुस्त किया और ग्राउंड पर वापसी कर ली।वे जब से पीठ की चोट से उबर कर वापस लौटे हैं तब से एक के बाद एक लगातार कमाल किए जा रहे हैं। पहले उन्होंने IPL-2022 में बतौर कप्तान नई-नवेली टीम गुजरात टाइटंस को चैम्पियन बनाया और फिर उसके बाद टीम इंडिया के लिए एक के बाद एक मैच विनिंग परफॉर्मेंस भी दिए जा रहे हैं। पंड्या ने अपने परफॉर्मेंस से टीम इंडिया के सामने खड़े हुए तमाम सवालों का जवाब भी दे दिया है। कैसे दिया यह भी समझ लेते हैं..
जिस एक दवा ने इन सभी परेशानियों को हल कर दिया है उसका नाम है हार्दिक पंड्या। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी-20 मैच में 51 रन की पारी भी खेली और चार विकेट भी लिए। हालांकि, ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब हार्दिक तमाम निगेटिव कारणों से चर्चा में थे।
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