ओडिशा में सत्ता संभालने वाली बीजेपी ने मोहन चरण माझी को नए सीएम के रूप में घोषित कर सस्पेंस खत्म कर दिया है, लेकिन अब नए नेता के लिए एक आवास की आवश्यकता है, जिसकी खोज जारी है.
ओडिशा में कोई सीएम हाउस नहीं है
पिछले 24 सालों से नवीन पटनायक अपने घर से ही सरकार चला रहे थे, इसलिए ओडिशा में कोई सीएम हाउस नहीं है. घर ढूंढना कभी भी किसी के लिए आसान काम नहीं रहा है. चाहे वो कोई आम आदमी हो या कोई मुख्यमंत्री. ओडिशा में सत्ता पर काबिज हुई बीजेपी ने मोहन चरण माझी के नाम की घोषणा कर अपने नए सीएम पर सस्पेंस तो खत्म कर दिया है. लेकिन नए नेता के रहने के लिए एक आवास खोजने की जरूरत है, जिसकी तलाश शुरू हो गई है. पिछले 24 साल से नवीन पटनायक अपने घर से ही सरकार चलाते थे इसलिए ओडिशा में सीएम हाउस नहीं है
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मोहन मांझी आज शाम को भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. 52 साल के मांझी ओडिशा के आदिवासी समुदाय से हैं और अपनी संगठनात्मक खूबियों के लिए जाने जाते हैं. वह चार बार से विधायक हैं और इस बार क्योंझर विधानसभा सीट से करीब 11500 वोटों से जीत कर आए हैं.
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नए सीएम के लिए एक ऑफिशियल रेसिडेंस बनाने की तैयारियां
सीएम के प्रोटोकॉल को लेकर तैयारियां तेज हो गई है, जिसमें से एक नए सीएम के लिए एक ऑफिशियल रेसिडेंस बनाने की एक प्रक्रिया भी है, क्योंकि नवीन पटनायक अपने घर पर ही रहते थे.
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हालांकि, अभी तक यह निर्णय नहीं हो पाया है कि सीएम माझी का आधिकारिक निवास कहां होगा और ओडिशा के अधिकारी अब नया आवास ढूंढने में जुट गए हैं. इसकी वजह यह है कि पिछले 24 वर्षों से ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपने घर नवीन निवास से ही शासन चला रहे थे, जिससे यह घर मुख्यमंत्री का आधिकारिक निवास बन गया.
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यह बड़ा बंगला, जहां नवीन पटनायक रहते थे, उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक ने बनवाया था, जिन्हें भारतीय राजनीति का ग्रैंड ओल्ड मैन कहा जाता है. राज्य के राजनीतिक इतिहास में यह एक अनूठा उदाहरण है.
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