हरियाणा में आज 90 सीटों पर हो रहे विधानसभा चुनावों का मतदान प्रतिशत यह निर्धारित करेगा कि मतदाता किस पार्टी की ओर अधिक झुकाव रखते हैं. सुबह 9 बजे तक हरियाणा में पहले दो घंटों में 9.53% वोटिंग हुई है. साल 2019 में 65.57% मतदान हुआ था, जिसके बाद बीजेपी ने सत्ता में वापसी की थी। हालांकि, इस बार हरियाणा में बीजेपी के लिए राह आसान नहीं है. बीजेपी लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस एक दशक बाद सरकार में लौटने की उम्मीद कर रही है. आज कुल 1,027 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीनों में होगा.
हरियाणा में सबसे ज्यादा वोटिंग जींद जिले में देखने को मिल रही है. यहां सबुह 9 बजे तक तक 12.71 फीसदी मतदान हुआ है. वहीं, सबसे कम वोटिंग पंचकूला (4.08 प्रतिशत ) में सिर्फ हुई है.
Also Read: Big Success For Security Forces In Chhattisgarh: Over 30 Maoists Killed In Encounter
क्या कहता है बीतों सालों का वोटिंग प्रतिशत?
हरियाणा में कुछ सालों पहले तक यह ट्रेंड था कि एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार भाजपा के हाथों में सत्ता आती थी. लेकिन 2019 में यह ट्रेंड बदला और लगातार दूसरी बार भाजपा ने सत्ता हासिल की. साल 2019 में 90 सीटों पर अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए 65.57 फीसदी लोगों ने वोटिंग की थी. वहीं, इससे पहले साल 2014 के चुनाव में कुल 76.6 फीसदी मतदान हुआ था. राजनीति के जानकारों की मानें तो वोटिंग प्रतिशत का ट्रेंड ये बता देता है कि हवा का रुख किस ओर बह रहा है. अगर वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होता है, तो आमतौर पर इसे सत्ता के खिलाफ माना जाता है. हालांकि, कई बार इसका उलट भी देखने को मिला है.
Also Read: स्विगी से 10 मिनट में डिलीवर होगा खाना
आंकड़ों में हरियाणा चुनाव
हरियाणा चुनाव के परिणाम 8 अक्टूबर को आएंगे. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि 2,03,54,350 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं जिनमें 8,821 मतदाता सौ वर्ष से अधिक उम्र के हैं. मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. कुल 1,031 उम्मीदवार 90 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें 101 महिलाएं हैं. इन उम्मीदवारों में 464 निर्दलीय लड़ रहे हैं. चुनाव में किस्मत आजमा रहे प्रमुख दलों में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन और जननायक जनता पार्टी (जजपा)-आजाद समाज पार्टी (आसपा) गठबंधन हैं.
More Stories
How India vs Australia Became Cricket’s Biggest Rivalry
भारत-पाकिस्तान की ‘ड्रोन रेस’: खतरे और पलड़ा किसका भारी
Gautam Adani U.S. Indictment: Adani Stocks Plunge