December 23, 2024

News , Article

नायडू

चौथी बार चंद्रबाबू नायडू 12 जून को लेंगे आंध्र प्रदेश के CM पद की शपथ

12 जून को, तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अमरावती में समारोह होगा। नरेंद्र मोदी सहित नए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री इसमें शामिल होंगे। 9 जून को नायडू का शपथ समारोह होने वाला था। मोदी के शपथ समारोह के दौरान, हालांकि, इसे टाल दिया गया। चंद्रबाबू नायडू अपनी चौथी बार राज्यपाल बनने जा रहे हैं। 1 सितंबर 1995, 11 अक्टूबर 1999 और 8 जून 2014 को उन्होंने CM पद की शपथ ली थी। 2019 में, YSRCP अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने उनसे सत्ता छीन ली।

Also READ: Air Force’s Sukhoi fighter jet crashes in Maharashtra’s Nashik

समाचार पत्रों के अनुसार, नायडू शपथ ग्रहण के दिन अमरावती को राज्य की राजधानी घोषित कर सकते हैं। 2 जून को हैदराबाद को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी बनाए रखने का दस वर्ष का अनुबंध समाप्त हो गया। अभी आंध्र देश में कोई राजधानी नहीं है।

Also READ: WHO confirms first human death from H5N2 variant bird flu in Mexico

नायडू ने 2014 में अमरावती को राजधानी घोषित किया था

अमरवती नायडू विशेष महत्व देते हैं। 2014 में आंध्र प्रदेश दो भागों में विभाजित हो गया था। तेलंगाना एक स्वतंत्र राज्य बन गया। 2014 के आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के अनुसार, हैदराबाद दोनों राज्यों की राजधानी बनी रही, हालांकि अधिनियम सिर्फ दस वर्ष का था।

Also READ: Fadnavis Offers Resignation as Deputy CM

आंध्र प्रदेश को 2024 तक अपनी नई राजधानी बनानी थी। आंध्र प्रदेश के विलय के वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू की TDP ने जीत हासिल की। नायडू ने CM बनने के बाद अमरावती को राजधानी घोषित किया था। Amaravati में भी जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू हो गए थे।

मार्च 2022 में हाई कोर्ट ने अमरावती को राजधानी बनाने का अधिकार देते हुए कहा कि सरकार सिर्फ अपनी इच्छा से तीन राजधानियां नहीं बना सकती। कोर्ट ने अमरावती की राजधानी का निर्माण अगले छह महीने में पूरा करने का आदेश दिया था। आंध्र प्रदेश को अभी तक अपनी राजधानी नहीं मिल सकी है। तेलंगाना सरकार ने आंध्र सरकार के दफ्तरों को 2 जून को समझौता खत्म होने से पहले उन इमारतों को खाली करने का आदेश दिया है।

Also READ: कोटा: नीट परीक्षार्थी छात्रा ने तनाव के चलते की आत्महत्या

आंध्र प्रदेश में NDA को बहुमत, TDP ने 135 सीटें जीती

NDA ने 2024 विधानसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश में भारी बहुमत से जीत हासिल की है। नायडू की TDP को विधानसभा की 175 सीटों में से 135 मिली हैं, पवन कल्याण की जनसेना को 21 मिली हैं, और भाजपा को 8 मिली हैं। तीनों संगठनों में हैं। YSRCP के जगन मोहन रेड्डी को केवल 11 सीटें मिली। कांग्रेस ने राज्य में भी अपना खाता नहीं खोला। राज्य कांग्रेस की अगुवाई इस बार जगन मोहन रेड्डी की बहन वाई एस शर्मिला रेड्डी ने की थी। वे आंध्र प्रदेश कांग्रेस की राज्य अध्यक्ष हैं।

Also READ: BJP led NDA, secured 293 seats in the 2024 Lok Sabha election

माना जाता है कि कांग्रेस के पुराने वोटर्स भाई-बहन की पार्टी में विभाजित हो गए हैं। कांग्रेस को खोने के लिए कुछ भी नहीं था, लेकिन YSRCP को इसका नुकसान हुआ, जबकि TDP को भाई-बहन की लड़ाई में सीधा लाभ हुआ।

Also READ: Uttarakhand: 9 Bengaluru Trekkers Confirmed Dead as 4 More Bodies Found

2019 में जगन मोहन ने एकतरफा जीत हासिल की थी

2019 में आंध्र प्रदेश के YSRCP अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने 175 में से 151 सीटों पर एकतरफा जीत हासिल की। TDP ने सिर्फ 23 सीटें जीतीं। 2019 में जगन मोहन पहली बार राज्य CM बने। आंध्र प्रदेश में जगन मोहन के पिता, दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी, कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। वे 2004 और 2009 में दो बार राज्य के प्रधानमंत्री रहे थे। कांग्रेस भी जगन मोहन की राजनीतिक शुरुआत थी। 2009 में वे कांग्रेस के पहले सांसद चुने गए।

Also READ: गाजा में 76 साल पुराने नुसीरत रिफ्यूजी कैंप पर हमला

2009 में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में पिता की मृत्यु के बाद जगन ने 2010 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। 2011 में उन्होंने अपनी अलग पार्टी YSRCP बनाई। 2014 में उनकी पार्टी ने सत्तर-सात सीटें जीतीं। 2019 में YSRCP ने 151 सीटें जीतकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था।