उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली। गुरुवार तड़के यूपी के कौशांबी जिले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल का एक सक्रिय आतंकी गिरफ्तार हुआ।
Also Read: केदारनाथ-हेमकुंड रोपवे को मंजूरी, 36 मिनट में पहुंचे मंजिल
बब्बर खालसा इंटरनेशनल और ISI मॉड्यूल का सक्रिय आतंकी लाजर मसीह गिरफ्तार हुआ। वह पंजाब के अमृतसर का निवासी है। गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान में हुई। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, लाजर BKI के जर्मनी-आधारित मॉड्यूल प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता था। वह पाकिस्तान स्थित ISI एजेंटों के साथ सीधे संपर्क में था।यूपी एसटीएफ ने उसके पास से तीन सक्रिय हैंड ग्रेनेड और दो डेटोनेटर बरामद किए। इसके अलावा, 13 कारतूस, एक विदेशी पिस्तौल और संदिग्ध विस्फोटक पदार्थ भी मिला। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास गाजियाबाद पते वाला आधार कार्ड और बिना सिम वाला मोबाइल मिला।
Also Read: भारतीय शेयर बाजार में गिरावट FII की घटती दिलचस्पी खतरा या निवेश का मौका
एक अधिकारी ने बताया कि आतंकी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। संदिग्ध आतंकी लाजर मसीह को तड़के 3:20 बजे कौशांबी से गिरफ्तार किया गया। लाजर मसीह पंजाब के अमृतसर के रामदास क्षेत्र के कुर्लियान गांव का रहने वाला है।
जांच एजेंसियां अलर्ट
यह आतंकी 24 सितंबर 2024 को पंजाब में न्यायिक हिरासत से फरार हुआ था। यूपी एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां इस गिरफ्तारी को भारत में आतंकी साजिश नाकाम करने की बड़ी सफलता मान रही हैं। पूछताछ जारी है, जल्द ही और खुलासे हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और आईएसआई मॉड्यूल के आतंकी लाजर मसीह से बरामद विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया।
Also Read: दुबई में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बना दिया रन चेज का नया रिकॉर्ड
3 मार्च को आतंकी रहमान हुआ था गिरफ्तार
हरियाणा के फरीदाबाद के बांस रोड पाली से तीन मार्च को आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया था। आतंकी संगठन आईएसआईएस ने उसे अयोध्या राम मंदिर पर हमले के लिए तैयार किया था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत ने इस साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई थी। अब्दुल रहमान और अन्य को ब्रेनवॉश कर, धार्मिक भावनाएं भड़काते हुए मंदिर पर हमले के लिए उकसाया गया। आईएसआईएस की यह शाखा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है। अब्दुल कई महीनों से इस आतंकी संगठन के संपर्क में था।
Also Read: सोनाली कुलकर्णी का भावुक बयान: “मैं स्मिता पाटिल का बोया हुआ एक छोटा सा पेड़ हूं”
सोशल मीडिया के जरिए उससे संपर्क किया गया और फिर उसे एक ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में धर्म विशेष को आहत करने वाले वीडियो साझा किए जाते थे। सदस्यों को रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश भेजे जाते थे, जिनमें उन्हें अयोध्या में हुए कथित जुल्म का बदला लेने के लिए भड़काया जाता था। इसी तरह, अब्दुल और अन्य को हमले के लिए तैयार किया गया।
Also Read: भारत ने सेमीफाइनल में दिखाया दम, ऑस्ट्रेलिया को हराकर लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचा
‘सख्त कानून व्यवस्था की मिसाल’
यूपी के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने एटीएस की कार्रवाई को उपलब्धि बताते हुए कहा कि गंभीर आरोपों वाला संदिग्ध गिरफ्तार हुआ है। उन्होंने इसे सख्त कानून व्यवस्था का उदाहरण बताया और एसटीएफ को बधाई दी।
More Stories
Paresh Rawal Reveals He Drank His Urine To Recover From Knee Injury
Telangana Transfers IAS Officer Over AI Image in Land Row
IPL 2025: मैच में राहुल से भिड़े कोहली, ‘कांतारा’ जश्न का उड़ाया मजाक