November 22, 2024

News , Article

रिलायंस

रिलायंस का मार्केट कैप 21 लाख करोड़ रुपए के पार पहुँचा

21 लाख करोड़ रुपए का मार्केट कैप वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की पहली कंपनी बन गई है। Jio ने अपने रिचार्ज प्लान को 25 प्रतिशत तक कम करने का ऐलान करने के बाद आज रिलायंस का शेयर करीब 2% चढ़कर 3,129 रुपए के रिकॉर्ड ऊपर पहुंच गया। इसके व्यवसाय का मार्केट कैप बढ़ गया है।

Also READ: महाराष्ट्र के एनडीए में तनाव की स्थिति, एनसीपी को गठबंधन से बाहर करने की मांग

4 महीने पहले, फरवरी 2024 में, कंपनी ने 20 लाख करोड़ रुपए का पहला मार्केट कैप पार किया था। सितंबर 2021 में, कंपनी ने पहले 15 लाख करोड़ का लेवल पार किया था। 2019 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक था।

Also READ: Roof collapse at Delhi Airport’s terminal after heavy rain 1 dead, aircraft operations disrupted

5 साल में निवेशकों को मिला 150% से ज्यादा रिटर्न

इस वर्ष रिलायंस का शेयर दोगुना से अधिक बढ़ा है। इस वर्ष की शुरुआत में शेयर 2590 रुपए पर था, लेकिन अब 3,129 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं शेयर में एक महीने में सात प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 5 साल में रिलायंस के शेयरों ने निवेशकों को 150% से अधिक की रिटर्न दी है।

Also READ: CBI Arrests Two in Patna for NEET UG Paper Leak Case

मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्री देश की सबसे बड़ी कंपनी

मार्केट कैपिटलाइजेशन के दृष्टिकोण से रिलायंस इंडस्ट्री देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। मुंबई में स्थित रिलायंस ग्रुप, ऑयल, टेलिकॉम और रिटेल क्षेत्रों में काम करता है। वहीं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की संख्या आती है। TCS का बाजार कैप 14.25 लाख करोड़ रुपये है।

Also READ: Net damage: On the fisheries dispute, India and Sri Lanka

रिलायंस इंडस्ट्रीज का टैक्स से पहले का मुनाफा 1 लाख करोड़ के पार

टैक्स से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा एक लाख करोड़ रुपए से अधिक है। ऐसा करने वाली पहली भारतीय कंपनी है रिलायंस। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2024 (अप्रैल 2023 से मार्च 2024) में कंपनी ने 10 लाख करोड़ रुपए की रिकॉर्ड सालाना आय भी दर्ज की है।

Also READ: Biden and Trump Exchange Fiery Barbs in First 2024 Debate

रिलायंस ने 22 अप्रैल को वर्ष 2022–2023 की चौथी तिमाही, जो जनवरी से मार्च तक चलेगी, के नतीजे जारी किए। कंपनी के बोर्ड ने प्रति शेयर 10 रुपए का लाभांश भी मंजूर किया था। कंपनियां शेयरधारकों को कुछ मुनाफा देती हैं, जिसे डिविडेंड कहते हैं।