22 जनवरी को सोने की कीमत और हिंदुस्तान यूनिलीवर से जुड़ी खबरें सुर्खियों में रहीं. सोना अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जिससे निवेशकों और बाजार के जानकारों के बीच उत्साह देखा गया. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 741 रुपए बढ़कर 80 हजार रुपए हो गई. यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. मंगलवार को यह कीमत 79 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम थी. सोने की बढ़ती कीमत को वैश्विक बाजार की अस्थिरता और डॉलर में कमजोरी का प्रमुख कारण माना जा रहा है. निवेशकों के लिए सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है, जिससे मांग में लगातार इजाफा हो रहा है.
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सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर, हजार रुपए की बढ़ोतरी के साथ निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए बड़ा बदलाव
सोने की कीमतों में इस बढ़ोतरी का असर ज्वेलर्स और आम उपभोक्ताओं पर भी देखा जा रहा है. शादी और त्योहारों के सीजन में सोने की मांग पहले से ही बढ़ी रहती है. ऐसे में उच्च कीमतों ने ग्राहकों की खरीदारी क्षमता को प्रभावित किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं, क्योंकि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं बनी हुई हैं. इसके अलावा, केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने के भंडार को बढ़ाने की प्रवृत्ति भी कीमतों में इजाफे का एक बड़ा कारण है.
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दूसरी ओर, FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने अपने आइसक्रीम ब्रांड ‘क्वॉलिटी वॉल्स’ को अलग इकाई के रूप में सूचीबद्ध करने का निर्णय लिया है. कंपनी ने हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी. ‘क्वॉलिटी वॉल्स’ भारत में आइसक्रीम के प्रमुख ब्रांडों में से एक है और इसका बाजार में मजबूत पकड़ है. इसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट कराने का फैसला कंपनी की विस्तार योजना का हिस्सा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम कंपनी को अपने आइसक्रीम व्यवसाय के लिए अलग पहचान और फंडिंग के नए अवसर प्रदान करेगा.
यह कदम हिंदुस्तान यूनिलीवर के व्यापक रणनीतिक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसमें विभिन्न व्यवसायों को उनके प्रदर्शन के आधार पर स्वतंत्र रूप से विकसित करने का लक्ष्य है. ‘क्वॉलिटी वॉल्स’ का लिस्टिंग प्रक्रिया में शामिल होना निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बन सकता है, क्योंकि आइसक्रीम सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है. साथ ही, कंपनी का यह निर्णय भारतीय शेयर बाजार में एफएमसीजी क्षेत्र के प्रति निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करेगा. कुल मिलाकर, यह निर्णय कंपनी और उसके ब्रांड के लिए नए संभावनाओं के द्वार खोल सकता है.
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